ग्रीष्म काल में हैण्डपंप बंद होने की सूचना के लिए जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर पेयजल नियंत्रण प्रकोष्ठ का गठन
ग्रीष्म काल में हैण्डपंप बंद होने की सूचना के लिए जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर पेयजल नियंत्रण प्रकोष्ठ का गठन
पेयजल समस्या के लिए दूरभाष नंबर 07762-222972 पर कर सकते है संपर्क, 30 जून तक रहेगा प्रभावशील
शिकायत/सुझाव के लिए विभागीय टॉल फ्री नंबर 18002330008 में भी कर सकते संपर्क
रायगढ़, 27 अप्रैल 2024/ ग्रीष्म काल में हैण्डपंप बंद होने की सूचना के लिए जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर पेयजल नियंत्रण प्रकोष्ठ का गठन किया गया है। जिससे संपर्क किया जा सकता है एवं संबंधित विकासखण्ड के प्रभारी अधिकारी को शिकायत एवं सुझाव दे सकते है। इनमें विकासखण्ड रायगढ़ एवं पुसौर के लिए सहायक अभियंता श्री रमाशंकर कश्यप मोबा.नं. 9131733921 को प्रभारी अधिकारी बनाया गया है। इसी तरह विकासखण्ड खरसिया हेतु प्रभारी सहायक अभियंता कु.उमा सिदार मोबा.नं. 7748023595, विकासखण्ड घरघोड़ा, तमनार एवं लैलूंगा हेतु सहायक अभियंता श्री आर.के.टण्डन मोबा.नं.75667-05216 तथा विकासखण्ड धरमजयगढ़ हेतु प्रभारी सहायक अभियंता श्री जे.सी.भगत मोबा नं.91310-44438 को प्रभारी अधिकारी बनाया गया है।
पेयजल समस्या के लिए दूरभाष नंबर 07762-222972 में कर सकते है संपर्क
ग्रीष्म ऋतु को ध्यान में रखते हुए पेयजल समस्या के त्वरित निराकरण एवं सुचारू रूप से संचालन/संधारण हेतु जिला स्तर पर पेयजल नियंत्रण प्रकोष्ठ का गठन किया गया है। पेयजल नियंत्रण प्रकोष्ठ का दूरभाष नंबर 07762-222972 है। यह प्रकोष्ठ 30 जून तक के लिए प्रभावी रहेगा।
सहायक अभियंता श्री रामाशंकर कश्यप मोबा.नं.79877-18375 को नियंत्रण प्रकोष्ठ प्रभारी बनाया गया है। इसी तरह सहायक मानचित्रकार श्री बाबू लाल पटेल मोबा.नं.97701-94004 तथा सहायक मानचित्रकार श्री आर.के.खलखो मोबा.नं. 88393-90621 को नियंत्रण प्रकोष्ठ सहायक बनाया गया है। प्रकोष्ठ में पेयजल समस्या के निराकरण से संबंधित डाक एवं पत्राचार प्रकोष्ठ प्रभारी द्वारा किया जाएगा। प्रकोष्ठ प्रात: 8 बजे से रात्रि 8 बजे तक कार्य करेगी। जिला स्तर पर खण्ड कार्यालय रायगढ़ एवं प्रत्येक उपखंड मुख्यालय तथा विकासखण्ड स्तर पर समस्त जनपद पंचायत मुख्यालय में शिकायत पंजी संधारित की जाएगी। शिकायत/सुझाव उक्त स्थलों पर दर्ज किया जा सकेगा। इसके अतिरिक्त विभागीय टॉल फ्री नंबर 18002330008 में भी शिकायत/ सुझाव दर्ज किए जा सकेंगे।
कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी खण्ड रायगढ़ ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रति वर्ष की भांति पारंपरिक रूप से रायगढ़ जिले में ग्रीष्मकाल में धान की खेती करने के कारणों से भू-जल स्तर गिरने से हैण्डपंप बंद होते है। इस वर्ष वर्तमान में 746 हैण्डपंप भू-जल स्तर गिरने से बंद हुए है। विगत वर्ष में इसी समयावधि में लगभग 1200 हैण्डपंप भूजल स्तर गिरने से बंद हुए थे। जिन ग्रामों में भू-जल स्तर गिरने से हैण्डपंप बंद हो रहे है। उन ग्रामों में अतिरिक्त रूप से पेयजल व्यवस्था हेतु सिंगल फेस पावर पंप, नलजल योजना एवं सोलर पंप संचालित है। इन ग्रामों में पेयजल की कोई गंभीर समस्या नहीं है। किसी भी ग्राम में पेयजल परिवहन की आवश्यकता नहीं है।