घर आजा संगी’ कार्यक्रम के तहत प्रवासी श्रमिकों को मतदान के लिए किया जा रहा प्रेरित
लोकसभा निर्वाचन-2024
‘घर आजा संगी’ कार्यक्रम के तहत प्रवासी श्रमिकों को मतदान के लिए किया जा रहा प्रेरित
लैलूंगा के श्री सुरक्षित पैकरा मतदान के लिए पहुंचे निवास स्थान, पुष्पगुच्छ देकर किया गया सम्मानित
रायगढ़, 30 अप्रैल 2024/ कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री कार्तिकेया गोयल के निर्देशन तथा सीईओ एवं नोडल आधिकारी स्वीप श्री जितेन्द्र यादव के मार्गदर्शन में जिले में ‘घर आजा संगी’ कार्यक्रम चलाया जा रहा हैं। जिसके तहत जिले के चारों विधानसभा में निवासरत ऐसे श्रमिक जो कार्य करने हेतु अन्य राज्यों में गए हैं, उन्हें फोन कॉल के माध्यम से संपर्क कर 7 मई को होने वाले लोकसभा निर्वाचन में अपने बहुमूल्य मताधिकार के प्रयोग के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
‘घर आजा संगी’ कार्यक्रम के तहत लैलूंगा में लगातार ऐसे श्रमिकों की जानकारी प्राप्त कर बीएलओ उनके रिश्तेदारों से संपर्क कर उन्हें कॉल कर आगामी 7 मई को होने वाले मतदान में अपने मत का उपयोग के लिए प्रेरित कर रहे हैं, ताकि शत-प्रतिशत मतदान के साथ कोई भी अपने मताधिकार से वंचित न रहे। इसी कड़ी में गुजरात में कार्य करने वाले लैलूंगा के ग्राम पंचायत टूरटूरा निवासी श्री सुरक्षित पैकरा जो पिछले विधानसभा में अपने मताधिकार का उपयोग से वंचित रह गए थे, उन्हे ‘घर आजा संगी’ कार्यक्रम के तहत संपर्क कर मतदान के लिए फोन कर प्रेरित किया गया, जिससे वे अपने मताधिकार का उपयोग कर सकें। वे बीते दिनों अपने घर पहुंचे। उनके आने पर टीम द्वारा उनका सम्मान किया गया। श्री पैकरा ने कहा कि आगामी लोकसभा निर्वाचन में अपना मतदान अवश्य करेंगे। इसी प्रकार ग्राम पंचायत टूरटूरा के ही गुजरात में कार्यरत श्री जगन्नाथ पैकरा को उनकी पत्नी श्रीमती बसंती पैकरा के माध्यम से संपर्क करने पर श्री पैकरा ने कहा कि वे निर्वाचन प्रक्रिया में भागीदार बनने और वोट करने जरूर आने की बात कही।
सीईओ जनपद पंचायत लैलूंगा श्री प्रेम सिंह मरकाम ने बताया कि टीम के माध्यम से ऐसे प्रवासी श्रमिकों को ट्रेस कर उन्हें मतदान के लिए प्रेरित कर अपने मताधिकार के उपयोग हेतु आमंत्रित किया जा रहा हैं। जिसमें बीएलओ श्री सुरेंद्र पैकरा, एडीओ बिहान श्री जे.के.तिर्की, रोजगार सहायक मोहनी पैकरा लगातार कार्य कर रहे हैं। उल्लेखनीय हैं कि घर आजा संगी मतदान करे बर कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के माध्यम से काम करने दूसरे राज्यों में गए श्रमिकों को अपने लोकतांत्रिक अधिकार का उपयोग करने और चुनाव में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा हैं।