पुसौर की बेटी जयंती खमारी “रूही” भारत कीर्ति अलंकरण व आयुष कीर्ति अलंकरण से सम्मानित
पुसौर की बेटी जयंती खमारी “रूही” भारत कीर्ति अलंकरण व आयुष कीर्ति अलंकरण से सम्मानित
रायगढ़ । अंतरराष्ट्रीय काव्य प्रेमी मंच तंजानिया द्वारा विश्व कीर्तिमान से अलंकृत पुस्तकों के लोकार्पण व सम्मान समारोह में ग्राम सुकुलभठली पुसौर निवासी श्री गुरूचरण प्रधान (रिटायर्ड डिप्टी रेंजर)की सुपुत्री श्रीमती जयंती खमारी
ने संपादक डॉ ममता सैनी के सानिध्य में भारत को जाने ग्रंथ में भारत के उड़ीसा राज्य की उपलब्धियां, उत्पादन , व्यवसाय, निर्माण में सर्वोपरि, स्मारक, नई खोज के बारे में उक्त ग्रंथ में दोहे और चौपाइयाँ लिखकर अपना योगदान दिया। इन दोहों का वीडियो 37 दिन तक अनवरत सोशल मीडिया में चलता रहा। इस ग्रंथ ने दो कीर्तिमान क्रमशः“आफिशियल वर्ल्ड रिकॉर्ड स्पेन” एवं “इंडिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड” स्थापित किए । इसी क्रम में “आयुर्वेद को जाने” 125 जड़ी बूटियों का दोहे के माध्यम से प्राकृतिक उपचारों का वर्णन किया गया है। इस पुस्तक ने भी दो विश्व कीर्तिमान क्रमशः “गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड” रिकॉर्ड एवं “इंडिया बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड” स्थापित किए । उक्त योगदान के लिए अंतर्राष्ट्रीय काव्य प्रेमी मंच तंज़निया की ओर से पद्मश्री सुरेंद्र शर्मा, पद्मश्री अशोक चक्रधर, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार, पंजाब केसरी के प्रबंध निदेशक किरण चोपड़ा, वैज्ञानिक तकनीकी शब्दावली आयोग शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के प्रबंध निदेशक प्रो. गिरीश नाथ झा, इग्नू के कुलपति प्रो. नागेश्वर राव, दैनिक भास्कर उत्तरप्रदेश के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक संजय कुमार अग्रवाल, अखिल भारतीय आयुर्वेदिक कांग्रेस के अध्यक्ष एवं पद्मश्री वैध देवेंद्र त्रिगुणा, आयुष मंत्रालय सलाहकार वैध मनोज नेसरी की उपस्थिति में सभी रचनाकारों को भारत कीर्ति अलंकरण एवं आयुष कीर्ति अलंकरण से सम्मानित किया गया। अंतरराष्ट्रीय काव्य प्रेमी मंच की संस्थापिका डाॅ.ममता सैनी व उनके पति राकेश सैनी की सहायता से सफलता पूर्वक संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन किया। जयंती खमारी की इस उपलब्धि पर परिवार के सदस्यों के साथ सहपाठी मित्रों द्वारा भी बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित किया गया है।