13 सितंबर को कांग्रेसी करेंगे रेल रोको आंदोलन ,प्रेसवार्ता में दी गई जानकारी

13 सितंबर को कांग्रेस कार्यकर्ता करेंगे रेल रोको आंदोलन।
रायगढ़। केन्द्र की नरेन्द्र मोदी की सरकार देश की सबसे विश्वसनीय यात्री सेवा रेलवे सुविधा को समाप्त करने का साजिश रच रही है। वर्षों से भारतीय रेलवे आम जनता का भरोसेमंद, सस्ता और सुलभ परिवहन का पर्याय हुआ करता था जिसे मोदी राज में रेलवे की विश्वसनीयता को खत्म करके निजी हाथों में बेचने का षड़यंत्र रचा जा रहा है। बिना कोई कारण बताये, बिना किसी ठोस वजह के यात्री ट्रेनों को अचानक रद्द कर दिया जाता है। जबकि बिलासपुर जोन पूरे देश में सबसे अधिक माल वाहक ट्रेन से कमाई देती है जो लगभग 20 से 22 हजार करोड रुपए है। कांग्रेस पूरे प्रदेश में 9 से 13 तारीख तक रेल रुको आंदोलन करेगी जो प्रदेश के हर जिले से लेकर ब्लॉक स्तर तक होगा। रायगढ़ में 13 सितंबर को रेल आंदोलन किया जाएगा ।
केंद्र की मोदी सरकार ने रेलवे यात्री ट्रेनों को महिनों, हफ्तों तक बंद करने का फर्मान जारी कर दिया जाता है। महिनों पहले यात्रा की योजना बना कर रिजर्वेशन कराये नागरिकों की परेशानी से रेलवे को और केंद्र सरकार कोई मतलब नहीं रहता है। रेलवे यात्रियों के लिये कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं करती है। देश की आजादी के बाद ऐसी स्थिति केवल मोदी सरकार में आई है। जहां रेलवे की यात्री सुविधायें इतनी ज्यादा खस्ताहाल हो गयी है। मोदी सरकार के पहले की केंद्र सरकारे घाटा उठा कर भी रेलवे सुविधाओं का विस्तार करती रही। आजादी के बाद से रेलवे का अलग बजट बनाया जाता था, लेकिन मोदी सरकार रेलवे की यात्री सुविधाओं को समाप्त कर, इसे सिर्फ मालवाहक बनाना चाहती है और बाद में रेल को निजी हाथों में सौंपा जा सके। वर्ष 2020 में 32 हजार 7 सौ 57 ट्रेनें निरस्त की गई। वर्ष 2021 में 32 हजार 1 सौ 51 ट्रेनें निरस्त की गई। पिछले साढ़े तीन साल में 67 हजार 3 सौ 82 ट्रेनों को रद्द किया गया, आरटीआई से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्षवार निरस्त हुई ट्रेनों की पूरी जानकारी वर्ष 2022 में 24 सौ 74 ट्रेनें निरस्त की गई। वर्ष 2023 में अप्रैल माह तक 208 ट्रेनें निरस्त की गई, अगस्त 2023 में ही 24 ट्रेनो को रद्द की गयी है।