शासकीय महाविद्यालय जोबी के विद्यार्थियों ने किया शैक्षणिक भ्रमण
जोबी /रायगढ़। एनईपी के तहत शहीद वीर नारायण सिंह शासकीय महाविद्यालय, जोबी के विद्यार्थियों ने औषधालय का शैक्षणिक भ्रमण किया। इस भ्रमण का उद्देश्य विद्यार्थियों को औषधीय पौधों के महत्व और उनके उपयोग के बारे में जागरूक करना था।
इस दौरान विद्यार्थियों को नीम, तुलसी, आमला, करंज और अन्य औषधीय पौधों के उगाने और उनके उपयोग के तरीकों के बारे में विस्तार से बताया गया।औषधीय पौधों का परिचय और महत्व प्राचार्य श्री रविंद्र कुमार थवाईत ने समझाया और उनके गुणधर्मों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा, “नीम, आमला और करंज जैसे पौधे प्राकृतिक औषधियों का खजाना हैं। इनका उपयोग सदियों से आयुर्वेदिक चिकित्सा में किया जाता रहा है। बढ़ते क्रम में सहायक प्राध्यापक एवं राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी श्री सुरेंद्र पाल दर्शन ने क्रमशः नीम और तुलसी के बारे बताया कि इनका उपयोग एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटीफंगल गुणों के लिए किया जाता है।
यह एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होती है और इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में कार्य करती है। वहीं आमला में विटामिन सी की अधिक मात्रा होती है और यह डिटॉक्सिफिकेशन में मदद करता है।
शैक्षणिक भ्रमण का अनुभव
सहायक प्राध्यापक एवं रेड क्रॉस कार्यक्रम अधिकारी श्री योगेंद्र कुमार राठिया ने विद्यार्थियों को औषधालय का भ्रमण कराया और प्रत्येक पौधे के लाभ और उपयोग के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने विद्यार्थियों को इन पौधों के उगाने के तरीके और उनके देखभाल के उपाय भी समझाए। इधर, शैक्षणिक भ्रमण में विद्यार्थियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और विभिन्न पौधों के गुणधर्मों के बारे में जाना। विद्यार्थियों ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, “यह भ्रमण बहुत ज्ञानवर्धक रहा। हमने न केवल औषधीय पौधों के बारे में सीखा, बल्कि उनके उपयोग के वास्तविक तरीकों को भी समझा।”
कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य श्री थवाईत ने सभी विद्यार्थियों को इस शैक्षणिक भ्रमण में सक्रिय भागीदारी के लिए धन्यवाद दिया और उन्हें औषधीय पौधों की महत्ता को समझने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा, “यह भ्रमण न केवल हमारे ज्ञान को बढ़ाता है बल्कि हमें प्राकृतिक चिकित्सा की ओर भी प्रोत्साहित करता है।