रायगढ़ पुलिस की म्यूल अकाउंट उपलब्ध कराने वाले इंटर स्टेट गैंग पर बड़ी कार्यवाही,पश्चिम बंगाल में रेड कर गैंग लीडर समेत तीन आरोपी गिरफ्तार… नकदी, मोबाइल, एटीएम कार्ड की जप्ती


● म्यूल अकाउंट होल्डर्स की जांच में पूर्व में 10 आरोपियों की हो चुकी है गिरफ्तारी
*रायगढ़* । साइबर अपराधों में साइबर ठगों द्वारा रुपए प्राप्त करने के लिए म्यूल अकाउंट का उपयोग किया जाता है । साइबर ठगों द्वारा अब गांवों में लोगों को रूपयों का लालच देकर उनके अकाउंट खरीदे जा रहे हैं जिन्हें दीगर राज्यों में सक्रिय इंटर स्टैट गैंग को उपलब्ध कराया जा रहा है जिसकी गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग कुमार पटेल द्वारा म्यूल अकाउंट होल्डर्स पर लगातार कार्यवाही की जा रही है । रायगढ़ पुलिस द्वारा थाना चक्रधरनगर के संबंधित अपराध क्रमांक 58/2025 धारा 317(2), 317(4), 317(5), 111, 3(5) बीएनएस में अब तक म्यूल खाता खुलवाने और लालच में अपने अकाउंट ठगो को बेचने वाले 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा जा चुका है । म्यूल अकाउंट होल्डर के गैंग का पता लगाने पुलिस अधीक्षक द्वारा साइबर सेल डीएसपी श्री अनिल विश्वकर्मा के निर्देशन एवं निरीक्षक नासिर खान के नेतृत्व में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ और उनके पूर्व रिकॉर्ड की जानकारी लेकर म्यूल अकाउंट होल्डर की विस्तृत जांच की जा रही है जिसमें साइबर सेल रायगढ़ को बड़ी सफलता हाथ लगी है । पूर्व में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि वे ग्राम बड़े रबेली थाना मालखरौदा जिला सक्ती के रहने वाला गांधी साण्डे स्थानीय लोगों को रूपये का लालच देकर उनके बैंक खाते खरीदता था और उन खातों को साइबर ठगों को बेचा करता था । आरोपी गांधी साण्डे को साइबर सेल की टीम पूछताछ की तब आरोपी ने अपराध स्वीकार कर बताया कि वह स्थानीय लोगों को बहला फुसलाकर और रुपए का लालच देकर खाता खरीदता था और पश्चिम बंगाल के मोहम्मद अफजल और मोहम्मद मजीद को 17,000 रूपये प्रति अकाउंट पर कमीशन लेकर करीब 80-90 लोगों के खाता उपलब्ध कराया है तथा आरोपी गांधी साण्डे, फ्रॉड के पैसे एटीएम कार्ड से निकाल कर अफजल और मजीद के खाते में ट्रांसफर किया है । आरोपी गांधी साण्डे से मिली महत्वपूर्ण जानकारी पर तत्काल पुलिस अधीक्षक द्वारा साइबर सेल, थाना तमनार और थाना चक्रधरनगर की संयुक्त टीम बनाकर पश्चिम बंगाल रवाना किया गया । रायगढ़ पुलिस टीम द्वारा संदेही मोहम्मद अफजल और मोहम्मद मजीद की आसनसोल, जिला वर्धमान में पतासाजी कर हिरासत में लेकर रायगढ़ लाया गया । संदेहियों से पूछताछ पर आरोपियों ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि वे जामताड़ा साइबर फ्रॉड गैंग के लिए काम करते हैं, वे साइबर ठगी में प्राप्त होने वाले रुपए में 18 पर्सेंट कमीशन प्रति अकाउंट लिया करते थे । आरोपियों ने बताया कि जामताड़ा गैंग को खाता उपलब्ध कराने के साथ, वे ठगी के रुपए भी एटीएम और कियोस्क सेंटर से निकाला करते थे। आरोपियों को थाना चक्रधरनगर के संबंधित अपराध में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है । पुलिस अधीक्षक के निर्देशन पर मामले की विस्तृत जांच की जा रही है, रूपये लेकर खाता बेचने वालों पर रायगढ़ पुलिस की कार्यवाही जारी रहेगी ।
गिरफ्तार आरोपी –
- मो0 अफजल पिता मो0 हैदर उम्र 38 साल निवासी थाना जमुरिया जिला वर्धमान (पश्चिम बंगाल)
- मो0 माजिद पिता मो0 खलील उम्र 48 साल निवासी रेलेपार कुरैशी मोहल्ला, आसनसोल जिला वर्धमान (पश्चिम बंगाल)
- गांधी साण्डे पिता नीलकंठ साण्डे उम्र 29 साल निवासी रबेली थाना मालखरौदा, जिला सक्ती (छत्तीसगढ़)
पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग पटेल के दिशा निर्देशन एवं साइबर सेल डीएसपी श्री अनिल विश्वकर्मा के मार्गदर्शन पर मामले का खुलासा तथा आरोपियों की पतासाजी/गिरफ्तारी में निरीक्षक नासिर खान, उपनिरीक्षक गेंदलाल साहू, सहायक उप निरीक्षक नरसिंह यादव, प्रधान आरक्षक हेम प्रकाश सोन तथा साइबर सेल के आरक्षक प्रशांत पंडा, धनंजय कश्यप, नवीन शुक्ला की अहम भूमिका रही है ।