
रायपुर। छत्तीसगढ़ के कई जिलों में बीते दो दिनों से लगातार बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। सरगुजा जिले के दरिमा क्षेत्र में बुधवार को एक युवक पुलिया पार करते हुए बाइक समेत बह गया। गनीमत ये रही कि युवक ने पानी में बहते-बहते एक झाड़ी को पकड़ लिया, जिससे उसकी जान बच गई
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में भी पिछले 2 दिनों से लगातार बारिश होने से केवची-अमरकंटक मार्ग पर पहाड़ का एक हिस्सा सड़क पर आ गिरा है। पहाड़ का मलबा सड़क पर आ जाने के कारण अमरकंटक मार्ग पर आवागमन करीब 4 घंटों तक बाधित हो गया। आवागमन बाधित होने से इस मार्ग से आने-जाने वाले लोग परेशान होते रहे। कई लोगों ने वैकल्पिक मार्ग का उपयोग कर यात्रा पूरी की। इसके साथ ही अमरकंटक मार्ग में सिद्ध बाबा के पास भी पहाड़ का मलबा सड़क पर आ गया। वहीं गौरेला से ज्वालेश्वर और दुर्गाधारा के रास्तों से अमरकंटक जाने वाले मार्ग पर भी कई स्थानों पर पहाड़ों से पत्थर और मलबा गिरकर सड़क पर आ गया है। इन रास्तों पर आवागमन फिलहाल जारी है।

इन जिलों में हुई जमकर बारिश
बलरामपुर 180 मिलीमीटर, सूरजपुर 88.8 मिमी, सरगुजा 90, महासमुंद 88, कोरिया 66.2 और रायपुर में 66.1 बारिश बीते दिनों रिकॉर्ड की गई है। प्रदेश में अब तक औसत बारिश के आंकड़ों की बात की जाए तो अब भी बीजापुर जिले में 1056 मिलीमीटर दर्ज की गई है। सबसे ज्यादा औसत बारिश 1 जून से 2 अगस्त के बीच हुई है। वहीं रायपुर जिले में 676.3 मिमी और सुकमा जिले में 825.9 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है।
अगले 24 घंटे कैसा रहेगा मौसम
मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा ने बताया कि गंगेटिक पश्चिम बंगाल के ऊपर एक गहरा अवदाब पश्चिम-उत्तर- पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए 19 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से गंगेटिक पश्चिम बंगाल और उससे लगे झारखंड के ऊपर पुरुलिया के पास स्थित है ।
यह जमशेदपुर से उत्तर- उत्तर-पूर्व दिशा में 100 किलोमीटर दूर और रांची से पूर्व दिशा में 100 किलोमीटर दूर है। इसके पश्चिम- उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए कमजोर होकर अवदाब के रुप में अगले 12 घंटे में झारखंड को पार करने की संभावना है। यह अगले 24 घंटे में चिन्हित निम्न दाब के क्षेत्र के रूप में परिवर्तित होने की संभावना है।
मानसूनी द्रोणिका पश्चिमी छोर हिमालय की तराई में और पूर्वी छोर गोरखपुर, गया, बंकूरा, गहरा अवदाब के केंद्र से होते हुए पूर्व-दक्षिण-पूर्व की ओर उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक 3.1 किलोमीटर ऊंचाई तक फैला हुआ है । इसके असर से कई जगहों में गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की आशंका है और भारी बारिश का भी अलर्ट है। भारी बारिश का मुख्य क्षेत्र उत्तर छत्तीसगढ़ रहेगा।