पूर्वांचल का एक अभिशप्त सड़क जिसका कोई माई बाप नहीं ..

पूर्वांचल का एक अभिशप्त सड़क जिसका कोई माई बाप नहीं
रायगढ़। विकास की इस दौर में हर गांव गली मजीला पक्की खोली बन गए हैं ,गलियां कांक्रीट हो गयी है। स्कूल तक पहुचने के रास्ते सब पक्के हो गए हैं लेकिन रायगढ़ पूर्वी अंचल का एक ऐसा सड़क जिसका कोई माई बाप ही नही है।महापल्ली से कोतरलिया रेलवे स्टेशन पहुँच मार्ग जिस रास्ते से सियारपाली ,कोटमार ,भगोरा ,तिलगा सरायीपाली ,टारपाली पतरापाली के लोग शैक्षणिक व व्यापारिक केंद्र महापल्ली पहुचते है ,यह सड़क अभिशप्त हो गया है। महापल्ली गायत्री मंदिर से इंड सिनर्जी तक रास्ता बेहद खराब है। यह आज नहीं जब से प्लांट चालू हुआ तब से बेहद ही जर्जर हो गया है। एक ओर यह प्लांट जाने के लिए सड़क है ही तिलगा भगोरा से लेकर अड़बहल ,कुम्हिबहाल ,टारपाली ,सपानाई ,सरायीपाली ,कारीछापर और कोटमार के लोग महापल्ली व लोइंग आते हैं ,छात्र छात्राएं बटमुल कालेज पढ़ने आते हैं। लोग बाजार आते हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लोइंग इलाज के लिए आते हैं। कितनी परेशानी झेलनी पड़ रही है इस क्षेत्र के लोगो को ।बरसात में कीचड़ से पेंट शर्ट खराब तो होते हैं, बाकी मौसम में काली डस्ट के कारण भी आवाजाही प्रभावित हो रही है। चूंकि यह सड़क रायगढ़ विधानसभा क्षेत्र में तो है लेकिन अधिकांश लैलूंगा विधानसभा क्षेत्र के लोग प्रभावित होते हैं। इस सड़क से सिर्फ कारीछापर गांव रायगढ़ विधानसभा में आता है। रायगढ़ विधायक को इस सड़क से क्या लेनादेना ?कारीछापर के लोग भला इनका क्या बिगाड़ लेंगे ।रही बात लैलूंगा विधानसभा की तो विधायक लैलूंगा चक्रधर सिदार को भी इस सड़क से कोई फायदा नही है।हा उनके मतदाता जरूर परेशान हो रहे हैं मगर उंन्हे इसकी कोई फिकर नहीं । इंड सिनर्जी लिमिटेड का भी तो फर्ज बनता है ,वे भी इस सड़क का बखूबी उपयोग कर रहे हैं और उन्ही के मालवाहक गाड़ियों के कारण ही सड़क का बुरा हाल है। पूर्वी अंचल के जनप्रतिनिधि तीतर बटोर रहे है।उनका भला इस सड़क से क्या लेना देना ;भाड़ में में जाएं सड़क ? रही बात लोकनिर्माण विभाग की तो इनके भी अधिकारी कान में रुई ठेंसे हुए हैं। इस्टीमेट प्रपोजल बनाते बनते वर्षो गुजर गए अभी तक विकास का फ़ाइल कहाँ अटका है पता नहीं। रमन सरकार के 15 साल में कुछ नही हुआ तो कांग्रेस के साढ़े चार साल में भला इस सड़क की फाइल कहां सरक पाएगी ? जनता बेवकूफ तो नहीं ,सब देख रही है।