मानव सेवा के लिए समर्पित रहा गुरु गोबिंद सिंह का जीवन – वित्त मंत्री ओपी चौधरी
मानव सेवा के लिए समर्पित रहा गुरु गोबिंद सिंह का जीवन :- वित्त मंत्री ओपी चौधरी
रायगढ़ । वित्त मंत्री ओपी चौधरी एवम रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी ने सिक्खों के दसवें गुरु गुरु गोविंद सिंह जी की 357 वी जयंती के प्रकाश पर्व पर प्रदेश वासियों को बधाई देते हुए गुरु गोबिंद सिंह के जीवन को मानवता के लिए समर्पित बताया। सिखों के नौवें गुरु तेगबहादुर के पुत्र गुरु गोविंद सिंह जी ने सन् 1699 में बैसाखी के दिन खालसा पंथ की स्थापना की। यह सिखों के इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है। गुरु गोबिंद सिंह ने ही गुरु ग्रंथ साहिब को सिखों का गुरु घोषित किया था। अन्याय, अत्याचार और पापों को खत्म करने के लिए और धर्म की रक्षा के लिए उन्होंने मुगलों के खिलाफ 14 युद्ध लड़े। विश्व की बलिदानी परम्परा में अद्वितीय होने के साथ- साथ गुरु गोविन्द सिंह एक महान लेखक, मौलिक चिन्तक तथा संस्कृत फारसी, पंजाबी और अरबी सहित कई भाषाओं के ज्ञाता भी थे। बतौर लेखक गुरु गोबिंद सिंह ने चंडी दी वार, जाप साहिब, खालसा महिमा, अकाल उस्तत, बचित्र नाटक और जफरनामा जैसे ग्रंथो की रचना भी की। एक महान योद्धा, के अलावा चिन्तक, कवि,भक्त भी थे। गुरु गोविंद सिंह जी ने सदैव प्रेम, सदाचार और भाईचारे का सन्देश दिया। अहित करने वालो को भी उन्होंने सहनशीलता, मधुरता, सौम्यता से परास्त किया। वित्त मंत्री ओपी ने गुरु गोविंद सिंह के जीवन को मानव समाज के लिए प्रेरणा दाई बताया।