शेयर से अर्जित आय से बनेगा ट्रस्ट बना.. जनसेवा हेतु उपयोग किए जाने वित्त मंत्री ओपी की विधान सभा में अनोखी घोषणा
शेयर से अर्जित आय से बनेगा ट्रस्ट बना.. जनसेवा हेतु उपयोग किए जाने वित्त मंत्री ओपी की विधान सभा में अनोखी घोषणा
विधान सभा में बजट सत्र में वित्त मंत्री ओपी की अनोखी घोषणा से प्रदेश का सियासी पारा सरगर्म
रायगढ़ । चुनाव हारने के बाद 2 करोड़ उधार लेकर शेयर बाजार में निवेश करने वाले वित्त मंत्री ने बजट सत्र के दौरान जीवन से जुड़ा एक अनोखा संस्मरण साझा किया। वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने बताया, सितंबर 2008 के दौरान अमेरिका के बैंक लेहमेन ब्रदर्स का कठिन दौर देखा। उस दौरान में अमेरिका के साथ पूरे विश्व के शेयर बाजार धराशायी हो गए थे। इस आपदा के बाद भी बाजार संभले और उस दौरान विश्वास के साथ किए गए निवेश से लोगों ने बड़ी राशि भी कमाई। मैने मेरे दोस्तों से बहुत कुछ सीखा, फिर बाजार का अध्यन करता रहा। कोरोना आया तो लगा कि सब कुछ खत्म हो जाएगा। देश की अर्थव्यवस्था और नीति पर बड़ा भरोसा था इसलिए पैसे वाले दोस्तों से दो करोड़ रुपए उधार लेकर शेयर बाजार में निवेश किया। विश्वास और समझ के उधार में लाए दो करोड निवेश किए गए चार साल में यह नेटवर्थ बढ़कर 18 करोड़ रुपए हो गया। दोस्तों से लिया उधार चुका दिया । 2040 तक शेयर बाजार के नेटवर्थ को एक हजार करोड़ रुपए का बनाने का जिक्र करते हुए वित्त मंत्री ने कहा शेयर बाजार से हुई कमाई के पैसों का इस्तेमाल नहीं करता हूं, और भविष्य में भी नही करूंगा। मेरे जाने के बाद ट्रस्ट के जरिए धनराशि का परमार्थ के लिए खर्च किया जाएगा। विधान सभा में ओपी की इस तरह की अनोखी घोषणा के बाद प्रदेश का सियासी पारा गर्म हो गया। मौजूदा राजनीति को देख जनता शिद्दत से समझती है कि राजनीति में नेता अपना साम्राज्य बढ़ाने आते है।विपक्ष में रहकर दहाड़ने वाले नेताओ के तेवर सत्ता की कुर्सी पाते ही बदल जाते है। सूबे के वित्त मंत्री रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी ने बजट सत्र के दौरान बहुत ही अवधारणाओ को बदला दिया है। चुनाव जीतने के बाद बजट में दौरान पुराने बयानो में कायम रहने वाले वित्त मंत्री श्री चौधरी ने विकास के विजन के साथ साथ ऐसा सिस्टम बनाने की बात कही जिसके छोटी मछली से लेकर बड़े मगर मच्छ तक नही बच पाएंगे। भ्रष्टाचार करने वाले सरकारी कर्मचारियों को उन्होंने सुधरने की चेतावनी भी थी। विधान सभा में वित्त मंत्री ओपी द्वारा की गई अनोखी घोषणा से प्रदेश की जनता का राजनीति से खोया भरोसा कायम हुआ है।