संजय काम्प्लेक्स स्थित श्याम बगीची में होगी भजनों की अमृत वर्षा रंग-रंगीला फागुन उत्सव का भव्य शुभारंभ
आज संजय काम्प्लेक्स स्थित श्याम बगीची में होगी भजनों की अमृत वर्षा
अद्वितीय एवं अतुलनीय होगी श्याम दरबार की शोभा
रंग-रंगीला फागुन उत्सव का भव्य शुभारंभ
आज संजय काम्प्लेक्स स्थित श्याम बगीची में होगी भजनों की अमृत वर्षा
अद्वितीय एवं अतुलनीय होगी श्याम दरबार की शोभा
रायगढ़। जिले की प्रतिष्ठित संस्था श्री श्याम मंडल के तत्वावधान में दो दिवसीय रंग-बिरंगे ‘फागुन उत्सव’ का शुभारंभ 20 मार्च दिन बुधवार को होगा। इस दिन सुबह 8.15 बजे गांधीगंज स्थित श्रीराम मंदिर से भव्य श्री श्याम पद निशान यात्रा निकाली जाएगी, जो शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए श्याम मंदिर पहुंचकर संपन्न होगी। शाम को श्याम बगीची में भव्य श्याम दरबार सजेगा, जहां आमंत्रित भजन गायकों द्वारा श्री श्याम प्रभु के भजनों की सुमधुर प्रस्तुति देंगे।
श्री श्याम मंडल के प्रचार मंत्री महावीर अग्रवाल ने बताया कि संजय काम्प्लेक्स स्थित श्री श्याम मंदिर परिसर में फागुन उत्सव की तैयारियां पूरी हो गई हैं। इस बार कोलकाता के कारीगरों द्वारा फूलों से आकर्षक श्रृंगार किया गया है। अखंड श्री श्याम ज्योतिपाठ में महिलाओं एवं पुरूषों के लिए अलग-अलग बैठने की व्यवस्था की गई है। अत्याधुनिक साज सज्जा के साथ मंदिर के मध्य में भव्य खाटू वाले श्री कृष्ण अवतार श्री श्याम बाबा का मनमोहक दरबार होगा। संजय काम्प्लेक्स स्थित श्याम बगीची में कोलकाता से जाने-माने भजन गायक किशन कुमार, चक्रधरपुर (झारखंड) से आमंत्रित भजन गायिका सुश्री शीतल चांडक और नैनीताल (उत्तराखंड) से आमंत्रित भजन गायक रितेश मनोचा श्याम बाबा के भजनों की रंगारंग पिचकारी की मीठी-मीठी फुहार से भक्तों को सराबोर करेंगे। उन्होंने बताया कि फाल्गुन शुक्ल पक्ष एकादशी को श्याम प्रभु के प्रकट महोत्सव के रूप में सबसे बड़ी एकादशी के रूप में खाटू धाम सहित देश-विदेश में धूमधाम से मनाया जाता है। पुराणों के अनुसार महाभारत के युद्ध के दौरान वीर बर्बरीक ने अपनी अद्भुत बाण कला का कौशल दिखा कर भगवान श्रीकृष्ण को अचंभित किया एवं श्रीकृष्ण के कहने पर अपने शीश का दान देकर भगवान को प्रसन्न किया। महाभारत के बाद श्री कृष्ण द्वारा बर्बरीक के शीश को स्वयं में समाहित कर कलियुग में बर्बरीक को अपना प्यारा नाम श्याम समर्पित कर अपने ही नाम से घर घर पूजित होने का वरदान वीर बर्बरिक को श्री कृष्ण ने दिया। श्री कृष्ण ने अपनी 16 कलाओं का अवतारी होने एवं कलियुग में सुमिरन मात्र से तुम्हारे भक्तों का संकट क्षण में दूर होने का भी शुभ आशीर्वाद प्रदान किया। वीर बर्बरीक कलियुग के प्रथम चरण में राजस्थान के सीकर जिले के खाटू धाम में श्री कृष्ण अवतार लेकर प्रकट हुए जो आज खाटूवाले श्री श्याम बाबा के रूप में जगविख्यात है। आज देश विदेश में श्री श्याम प्रभुु के करोड़ों की संख्या में अनुयायी भक्त हैं। श्याम मंडल द्वारा सभी भक्तों से सपरिवार आकर श्याम प्रभु का अलौकिक दर्शन कर भजनों का आनंद लेने की अपील की है।